
— यह बाय-प्लेन न्यूरो कैथ लैब अत्याधुनिक इमेजिंग तकनीक से सुसज्जित है, जो उच्च गुणवत्ता की इमेजिंग प्रदान करती है ताकि न्यूरोवैस्कुलर समस्याओं का सटीक निदान और प्रभावी इलाज सुनिश्चित किया जा सके —
मोहाली, 4 जुलाई 2025: एडवांस्ड न्यूरो केयर के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित करते हुए, फोर्टिस अस्पताल मोहाली ने एक विशेष बाय-प्लेन न्यूरो कैथ लैब की शुरुआत की है। यह चिकित्सा सुविधा अत्याधुनिक इमेजिंग तकनीक से सुसज्जित है, जो न्यूरोवैस्कुलर स्थितियों के निदान और उपचार के लिए हाई-रिज़ॉल्यूशन की सटीकता प्रदान करती है। इस पहल के साथ, फोर्टिस अस्पताल मोहाली दिल्ली-एनसीआर के उत्तर क्षेत्र का पहला निजी अस्पताल बन गया है, जो न्यूरो-इंटरवेंशन प्रक्रियाओं के लिए इतनी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है।
बाय-प्लेन न्यूरो कैथ लैब में दो एक्स-रे सिस्टम लगे हैं, जो एक साथ दो अलग-अलग कोणों(एंगल) से इमेजिंग की सुविधा देते हैं, जिससे मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की विस्तृत 3डी छवियाँ प्राप्त की जा सकती हैं। यह उन्नत सुविधा फोर्टिस अस्पताल मोहाली में डॉ. प्रो. विवेक गुप्ता, एडिशनल डायरेक्टर, इंटरवेंशनल न्यूरोरेडियोलॉजी एवं डायरेक्टर, बाय-प्लेन न्यूरो कैथ लैब की अगुवाई में स्थापित की गई है।
इस अत्याधुनिक कैथ लैब का उद्घाटन पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने किया। इस अवसर पर फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव वाइस-प्रेसिडेंट आशीष भाटिया, एसबीयू हेड अभिजीत सिंह, डॉ. विवेक गुप्ता सहित न्यूरोलॉजी, न्यूरो-सर्जरी और एनेस्थीसिया विभाग के अन्य डॉक्टर्स उपस्थित थे।
फोर्टिस अस्पताल, मोहाली प्रबंधन के प्रयासों की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल नई तकनीक और अच्छे से प्रशिक्षित स्टाफ के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि बाईप्लेन कैथ लैब की शुरुआत से न सिर्फ़ बेहतर इलाज में मदद मिलेगी, बल्कि अस्पताल में मरीज की ठहरने की अवधि भी कम होगी, जिससे मरीज का खर्च भी घटेगा।
बाय-प्लेन न्यूरो कैथ लैब के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. प्रो. विवेक गुप्ता ने कहा कि अन्य पारंपरिक कैथ लैब्स में एक समय में केवल एक ही इमेजिंग प्लेन संभव होता था, जिससे स्ट्रोक के मरीजों के निदान और इलाज में देरी होती थी। लेकिन बाय-प्लेन न्यूरो कैथ लैब में दो इमेजिंग प्लेन लगे हैं, जो सामने और साइड से एक साथ हाई-रिज़ॉल्यूशन इमेजिंग प्रदान करते हैं। इससे मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की विस्तृत 3डी छवियाँ प्राप्त होती हैं। इस नई प्रणाली में लगे एडवांस्ड सॉफ्टवेयर की मदद से इमरजेंसी विभाग से सीधे स्ट्रोक मरीजों को कैथ लैब में भेजकर तुरंत इलाज शुरू किया जा सकता है, जिससे कीमती समय की बचत होती है। यह नई तकनीक मिनिमल इनवेसिव प्रक्रियाओं द्वारा एन्यूरिज़्म और स्ट्रोक जैसी जटिल न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के लिए तेज़ और प्रभावी निदान एवं उपचार की सुविधा देती है।
फोर्टिस हेल्थकेयर के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट आशीष भाटिया ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल मोहाली उत्तर भारत का पहला निजी अस्पताल बन गया है, जहां यह अत्याधुनिक बाय-प्लेन न्यूरो कैथ लैब सुविधा उपलब्ध है। यह सुविधा न्यूरोलॉजिकल आपात स्थितियों और जटिल न्यूरोवैस्कुलर रोगों के इलाज की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।